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Kuchh Log Kismat Ki Tarah Hote HaiDownload Image
कुछ लोग किस्मत की तरह होते है
जो दुआ से मिलते है,
और कुछ लोग दुआ की तरह होते है
जो किस्मत बदल देते है।

कोई तुम्हारी खुशी बने इससे अच्छा है कि
तुम किसी की खुशी बन जाओ।

मुश्किल यह नही है कि
कोई गैर हमे क्यो नही पहचानता
मुशिकल यह है कि हम स्वंय को
क्यो नही पहचानते।

जो दूसरों को जानता है वह विद्वान है,
और जो खुद को जानता है वह ज्ञानी है।

आप जितनी ज्यादा जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार रहते हैं,
उतने ही अधिक लोगों के विश्वसनीय बनते हैं

अपना रास्ता स्वंय बनाएं
हम अकेले पैदा होते हैं
और अकेले मृत्यु को प्राप्त होते हैं।
इसलिए हमारे अलावा कोई और
हमारी किस्मत का फैसला नहीं कर सकता।

गलती करके उसे स्वीकारना ही सच्ची इबादत हैं
पर इसे रोज की आदत बना लेना मुर्खता हैं

जिन्दगी जीना एक साईकिल चलाने की तरह है
यदि आप स्वंय को आगे नही बढाते है
तो सतुंलन कैसे बनायेगे।

एकमात्र वस्तु जो हमें पशु से भिन्न करती है,
वह है सही और गलत के मध्य भेद करने की क्षमता
जो हम सभी में समान रूप से विद्यमान है।

वही पुत्र हैं जो पितृ-भक्त है,
वही पिता हैं जो ठीक से पालन करता हैं,
वही मित्र है जिस पर विश्वास किया जा सके
और वही देश है जहाँ जीविका हो।

किसी से उम्मीद किए बिना उसका अच्छा करो
क्योकि किसी ने कहा है कि जो लोग फुल बेचते है
उनके हाथ मे खुश्बू रह जाती है।

बीस वर्ष की आयु में व्यक्ति का जो चेहरा रहता है,वह प्रकृति की देन है,
तीस वर्ष की आयु का चेहरा जिंदगी के उतार-चढ़ाव की देन है,
लेकिन पचास वर्ष की आयु का चेहरा व्यक्ति की अपनी कमाई है।

जैसे रात्रि के बाद भोर का आना या दुख के बाद सुख का आना जीवन चक्र का हिस्सा है,
वैसे ही प्राचीनता से नवीनता का सफ़र भी निश्चित है।

केवल प्रकाश का अभाव ही अंधकार नहीं,
प्रकाश की अति भी मनुष्य की आँखों के लिए अंधकार है।

मुस्कान थके हुए के लिए विश्राम है,
उदास के लिए दिन का प्रकाश है,
तथा कष्ट के लिए प्रकृति का सर्वोत्तम उपहार है।

लोहा गरम भले ही हो जाए पर
हथौड़ा तो ठंडा रह कर ही काम कर सकता है।

संतोष का वृक्ष कड़वा है
लेकिन इस पर लगने वाला फल मीठा होता है।

जिसने अकेले रह कर अकेलेपन को जीता उसने सबकुछ जीता।

जिस प्रकार थोड़ी-सी वायु से आग भड़क उठती है,
उसी प्रकार थोड़ी-सी मेहनत से किस्मत चमक उठती है।

अगर इन्सान की पहचान करनी हो तो,
सूरत से नहीं सीरत से करो ।
क्योंकि सोना अक्सर
लोहे के ताले में ही रखा होता है।

‘आप’और‘तुम’में फर्क होता है।
आप के सामने दुःख बयाँ नहीं कर सकते है।
पर‘तुम’के सामने दिल खोल सकते है।.

विश्वास वह पक्षी है
जो प्रभात के पूर्व अंधकार में ही,
प्रकाश का अनुभव करता है और गाने लगता है।

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