Best Meerabai Hindi Poem

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त्याग कर राज-पाठ
वैराग्य जीवन को अपनाया,
संसार के मोह से दूर
हरिकीर्तन में अपना
जीवन बिताया,
खोकर अपनी सुध-बुध सारी
कृष्णभक्ति को अपने
रोम-रोम में बसाया,
त्याग और समर्पण से
अपने आराध्य की पूजा कर
देवी जैसा स्थान था पाया,
कृष्ण में विलीन होकर
वो कहलाई कृष्ण दिवानी मीरा

This picture was submitted by Smita Haldankar.

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