Best Yadein Shayari

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सूरज के बिना सुबह नहीं होती,
चंद के बिना रात नहीं होती,
बदल के बिना बरसात नहीं होती,
आपकी याद के बिना दिन की शुरुआत नहीं होती।।।

कभी याद आती है कभी उनके ख्वाब आते हैं,
मुझे सताने के सलीके तो उन्हें बेहिसाब आते हैं.

कभी कभी किसी अपने की इतनी याद आती हैं,
कि रोने के लिए रात भी कम पड़ जाती हैं.

हसरत नहीं, अरमान नहीं, आस नहीं है,
यादों के सिवा कुछ भी मेरे पास नहीं है.
यादें शायरी

न जाने क्यूँ, जिन्दगी काँटें की तरह चुभ रही हैं,
तेरी हर एक बात आज बहुत याद आ रही हैं.

तेरी यादों का जहर फैल गया है दिल में,
मैंने बहुत देर कर दी है तुझे भुलाने में.

दर्द में भी ये लब मुस्कुरा जाते हैं,
बीते लम्हे हमें जब भी याद आते है.

तुम्हें क्या पता किस दौर से गुजर रहा हूँ मैं,
तन्हा तेरी याद में पल-पल मर रहा हूँ मैं.

कभी यूँ भी हो कि बाजी पलट जाएँ,
उसे याद सतायें मेरी और मैं सुकून से सो जाऊं.

थक गया है दिल-ए-वहशी मेरा फ़रियाद से भी,
जी बहलता नहीं ऐ सनम तेरी याद से भी.

एक तुम हो सनम कि कुछ कहती नहीं,
एक तुम्हारी यादें हैं जो चुप रहती नहीं.

तोड़ दो सारी कसमें जो तुमने खाई हैं,
कभी कभी याद कर लेने में क्या बुराई है.

तुझे याद कर लूँ तो मिल जाता हैं सुकून दिल को,
मेरे गमों का इलाज भी कितना सस्ता हैं.

यादों को भुलाने में कुछ देर तो लगती है,
आँखों को सुलाने में कुछ देर तो लगती है,
किसी शख्स को भुला देना इतना आसान नहीं,
दिल को समझाने में कुछ देर तो लगती है.

चाँद के बिना अँधेरी रात रह जाती है,
साथ एक हसीन सी मुलाकात रह जाती है,
सच है कि जिंदगी कभी रूकती नहीं,
वक़्त निकल जाता है और याद रह जाती है.

तरीका मेरे क़त्ल का तुम एक ये भी इजाद करो,
मर जाऊँ मैं हिचकियो से मुझे इतना याद करो.

बेचैन इस कदर था, सोया न रात भर,
पलकों से लिख रहा था, तेरा नाम चाँद पर.

कभी कभी किसी अपने की इतनी याद आती हैं,
कि रोने के लिए रात भी कम पड़ जाती हैं.

ऐसा नही हैं कि दिन नहीं ढलता या रात नही होती,
सब अधूरा सा लगता हैं जब तुमसे बात नही होती…

हर रोज चुपके से निकल आते नये पत्ते,
यादों के दरख्तों में क्यूँ पतझड़ नही होते.

आदत है जो कभी जाती नही,
वो हमें भूल गये उन्हें हमारी याद आती नही.

कुछ किस्से दिल में, कुछ कागजों पर आबाद रहे,
बताओ कैसे भूलें उसे जो हर साँस में याद रहे.

ना जाने क्यों इश्क़ नीदें चुरा लेती हैं,
जिसे भूलना चाहों वो याद बहुत आती हैं.

दो कदम का फासला उम्र भर तय ना हो पाया,
वक्त के कगार पर खड़ा रिश्ता कभी जुड़ ना पाया.

यादें अच्छी हो तो मुस्कुराहट लाती हैं,
और यादें बुरी हो तो आँखें नम कर जाती हैं.

फेरों ना निगाहें हम चले जायेंगे,
लेकिन याद रखना हम बहुत याद आयेंगे.

तुझे याद कर लूँ तो मिल जाता हैं सुकून दिल को,
मेरे गमों का इलाज भी कितना सस्ता हैं.

लफ़्ज, अल्फ़ाज, कागज़ और किताब,
कहाँ कहाँ नही रखता मैं तेरी यादों का हिसाब.

याद करते हैं कसमें खाते हैं,
फिर क्यूँ साथ छोड़ जाते हैं.

जाने क्यूँ बारिश जब भी होती हैं,
मेरे अंदर तेरी याद छुप-छुप कर रोती हैं.

तेरी यादों का आज फिर दिल में उठा हैं बवंडर,
वही सर्दी वही मौसम वही दिल कश दिसम्बर.

ना शिकवा किसी का
ना फ़रियाद किसी की,
एहसास मिटा और मिटी उम्मीदें,
सब मिटा पर ना मिटी याद किसी की.

ज़ज्बात कहते हैं, ख़ामोशी से बसर हो जाएँ,
दर्द की ज़िद है कि दुनिया को खबर हो जाएँ.

रात में जब चाँद नजर आता हैं तो याद आ जाती हैं,
तुझसे मिलने की लब पर फ़रियाद आ जाती हैं.

वही फिर मुझे याद आने लगे हैं,
जिन्हें भूलने में जमाने लगे हैं.

जिनका मिलना नहीं होता किस्मत में,
उनकी यादे कसम से कमाल की होती हैं.

खुल जाता हैं तेरी यादों का बाज़ार सरेआम,
फिर मेरी रात इसी रौनक में गुजर जाती हैं.

होती है बड़ी जालिम एक तरफ़ा मोहब्बत भी,
वो याद तो आते है मगर याद नहीं करते.

रात यूँ दिल में तेरी खोई हुई याद आई,
जैसे वीराने में चुपके से बहार आई.

प्यार कम नही होता किसी के दूर जाने से,
बस दर्द होता हैं उनकी याद आने से.

अपने गम में भी नायाब खजाना ढूंढ लेते हैं,
हम तुम्हें याद करने का बहाना ढूंढ लेते हैं.

This picture was submitted by Smita Haldankar.

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