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मंत्र:
ॐ एकदन्ताय विद्धमहे,
वक्रतुण्डाय धीमहि,
तन्नो दन्ति प्रचोदयात्॥ 🌹🙏
अर्थ:
ॐ एकदन्ताय विद्धमहे: हम उस एकदंत (गणेश) का ध्यान करते हैं,
वक्रतुण्डाय धीमहि: हम उस वक्रतुण्ड (टेढ़े सूंढ़ वाले) का ध्यान करते हैं,
तन्नो दन्ति प्रचोदयात्: वह दंति (गणेश) हमें प्रेरणा प्रदान करें।
लाभ:
1.विघ्नों का नाश: इस मंत्र का जप करने से सभी प्रकार के विघ्न और बाधाएं दूर होती हैं।
2.ध्यान केंद्रित करने में सहायक: यह मंत्र मानसिक शांति और ध्यान की क्षमता को बढ़ाता है।
3.सकारात्मक ऊर्जा: नियमित रूप से इस मंत्र का उच्चारण करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि आती है।
4.बुद्धि और ज्ञान: गणेश जी को बुद्धि का देवता माना जाता है, इसलिए इस मंत्र का जप करने से बुद्धि और ज्ञान में वृद्धि होती है।
5.संकल्प सिद्धि: इस मंत्र का उच्चारण करने से इच्छित कार्यों में सफलता प्राप्त होती है और संकल्प सिद्धि होती है।
यह मंत्र अपने साधकों को शांति, समृद्धि और सफलता प्रदान करता है। इसे नियमित रूप से जपने से जीवन में सकारात्मक परिवर्तन और उन्नति होती है। 🌹
Tag: Smita Haldankar