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शुक्रवार यह माताजी का वार माना जाता है. यहाँ पर अलग अलग देवी के बारे में इमेजेस एवं सन्देश है…अपने मित्र एवं परिवार से शुक्रवार को माताजी के इमेजेस शेयर करे.
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शुभ शुक्रवार जय माता दी
माता रानी की कृपा से आज का दिन शुक्रवार आपका शुभ हो
जी लो जी भर के माँ तुम्हारे साथ हैं,
किसी से क्या घबराना, जब सर पर दुर्गा का हाथ हैं।
मैं मैं ना रहा, तू तू ना रहा, सब अपने हो गए,
माँ की नज़रों में जो देखा, सब सपने सच हो गए।
शुभ शुक्रवार बोलो संतोषी माता की जय
यूँ ही नहीं झुकती दुनिया तेरे दर पे,
तकदीरें बनती हैं मैया तेरे दर पे।।
शुभ शुक्रवार
संतोषी माता की जय
माँ जब भी तुझको पुकारा हैं,
बिन मांगे सब पाया हैं..।।।
जय अम्बा माता शुभ शुक्रवार
दूर करे भय भक्त का, दुर्गा माँ का रूप,
बल और बुद्धि बढ़ाये, माँ देती सुख की धूप।
जय माता दी, जय माता दी, करता जाऊं शाम सवेरे
माता तुमने मिटा दिए, मेरे जीवन के सभी अंधेरे..।।
शुभ शुक्रवार जय महा लक्ष्मी माता
महा-लक्ष्मी मानस-पूजनः-
ॐ लं पृथ्वी तत्त्वात्वकं गन्धं
श्री महा-लक्ष्मी-प्रीतये समर्पयामि नमः।
ॐ हं आकाश तत्त्वात्वकं पुष्पं
श्री महा-लक्ष्मी-प्रीतये समर्पयामि नमः।
ॐ यं वायु तत्त्वात्वकं धूपं
श्री महा-लक्ष्मी-प्रीतये घ्रापयामि नमः।
ॐ रं अग्नि तत्त्वात्वकं दीपं
श्री महा-लक्ष्मी-प्रीतये दर्शयामि नमः।
ॐ वं जल तत्त्वात्वकं नैवेद्यं
श्री महा-लक्ष्मी-प्रीतये निवेदयामि नमः।
ॐ सं सर्व-तत्त्वात्वकं ताम्बूलं
श्री महा-लक्ष्मी-प्रीतये समर्पयामि नमः।
जय शेरोवाली माता शुभ शुक्रवार
माँ तेरे चरणों में स्वर्ग हैं,
माँ तेरे आशीष में प्रेम हैं,
माँ तेरी भक्ति में शक्ति हैं,
माँ तेरी आराधना में शांति हैं।
दूर करे भय भक्त का, दुर्गा माँ का रूप,
बल और बुद्धि बढ़ाये, माँ देती सुख की धूप।
जय गौरी माता – शुभ शुक्रवार
माँ गौरी की कृपा से घरवाली बड़ी प्यारी मिली
जैसे जीवन को मेरे फूलों की क्यारी मिली..।।
सदा भवानी दाहिनी, सन्मुख रहे गणेश
पंच देव मिल रक्षा करें ब्रम्हा विष्णु महेश।
शुभ शुक्रवार जय माता पार्वती
आंखे चाहे खोलूं या बंद करूं,
हर पल माता तेरा दर्श करूं।
यूँ ही नहीं झुकती दुनिया तेरे दर पे,
तकदीरें बनती हैं मैया तेरे दर पे।।
शुभ शुक्रवार
लक्ष्मी माता की जय
माँ जब भी तुझको पुकारा हैं,
बिन मांगे सब पाया हैं..।।।
हे माँ तुमसे विश्वास ना उठने देना, तेरी दुनिया में भय से जब सिमट जाऊ
चारो ओर अँधेरा ही अँधेरा घना पाऊ, बन के रोशनी तुम राह दिखा देना।
माला से मोती तुम तोड़ा ना करो, धर्म से मुँह तुम मोड़ा ना करो,
बहुत कीमती हैं जय माता का नाम, माता रानी की जय बोलना कभी छोड़ा ना करो।
शुभ शुक्रवार
संतोषी माता की जय
मैं तो पत्थर हूँ, मेरी माता शिल्पकार हैं मेरी,
हर तारीफ़ के वो ही असली हक़दार हैं..।।
माँ जब भी तुझको पुकारा हैं,
बिन मांगे सब पाया हैं..।।।
जिनके मन में माता रानी का नाम हैं, भाग्य में उसके वैकुण्ठ धाम हैं,
उनके चरणो में जिसने जीवन वार दिया, संसार में उसका कल्याण हैं।
शुभ शुक्रवार
संतोषी माता की जय
हे माँ तू शोक दुःख निवारीनी, सर्व मंगल कारिनी,
चंड-मुंड विधारिनी, तू ही शुंभ-निशुंभ सिधारिनी।।
माता जिनको याद करे वो लोग निराले होते हैं,
माता जिनका नाम पुकारे किस्मत वाले होते हैं।
चाहे हो राजा या हो रंक,
बस चले आओ जयकारा लगाते हुए, अम्बे देती हैं सबको शरण।
हर युग में मुनि ज्ञानी देते सबको यह उपदेश,
जो माँ दुर्गा का मनन मन से करे, उसके कटे कलेश।
माँ दुर्गा भक्तो का करती विघ्न विनाश,
भक्तो की पीड़ा हरे, माँ करती कल्याण।
सोचा करता था माँ तेरी कृपा बिना कैसे ज़रूरते होंगी पूरी,
तेरा आशीर्वाद मिला जो माँ, तो नही रही कोई हसरत अधूरी।
आंखे चाहे खोलूं या बंद करूं,
हर पल माता तेरा दर्श करूं।
अच्छा होता कि माँ के भजनों में वक्त गुजारते,
बेहतर होता कि जीवन भर बस माँ को निहारते।
अम्बे हैं वो, जगदम्बे हैं वो, वो ही सरस्वती और अन्नपुर्णा हैं,
उसकी शरण में ना जाये बिना, जीवन बस एक तृष्णा हैं..।।।
सुबह सुबह लो माँ का नाम,
पूरे होंगे अधूरे बिगड़े काम।
लोगों ने कुछ दिया तो सुनाया भी बहुत हैं, हे माँ दुर्गे,
एक तेरा ही दर हैं जहाँ मुझे कभी ताना नहीं मिला।
जिसने सच्चे मन से, जय माता की बोल दिया,
समझो माता रानी ने उसके लिए, कुबेर का खजाना खोल दिया।
चलो शरण में जगदम्बे की चलते हैं,
पनाह देगी वो उनको भी, जो पाप की तपन से जलते हैं।
जननी हैं वो, तो वो ही हैं माँ काली,
दर पे उसके ना रहता, किसी का दामन खाली।
माँ तेरे चरणों में स्वर्ग हैं, माँ तेरे आशीष में प्रेम हैं,
माँ तेरी भक्ति में शक्ति हैं, माँ तेरी आराधना में शांति हैं।
ज़िन्दगी का क्या हैं, हँसते खेलते गुजर जायेगी,
जयकारा लगाते रहो, माँ ने चाहा तो मोक्ष यह रूह पा जाएगी।
माँ तेरी चौखट पर शीश हम झुकाते हैं,
तेरी रहमत ही हैं, की हम मुस्कुराते हैं।
मेरी माँ को पता हैं की मेरे दिल में कौन हैं बसता
क्यूंकि उसकी रहमत के बिना रहता हैं जन जन तरसता।
बिन बुलाए भी जहां जाने को जी चाहता हैं,
वो चौखट ही हैं तेरी माँ, जहां यह बंदा सुकून पाता हैं।
ना गिन कर दिया ना तोल कर दिया,
जब भी दिया शेरोंवाली माँ ने, दिल खोल कर दिया।
बेशक पहन लो हमारे जैसे कपड़ें और ज़ेवर,
पर कहा से लाओगे माता रानी के भक्तों वाले तेवर
हमारी ताकत का अंदाजा हमारे जोर से नही,
माता के जय कारे के शोर से पता चलता हैं।
माँ सुन लेगी, तेरी पुकार विश्वास तो कर एक बार
दूर की सुनती हैं, माँ पास की सुनती हैं,
माँ तो आखिर माँ हैं, माँ तो हर मजबूर की सुनती हैं।
चेहरे पर क्रीम लगाएं या ना लगाएं,
पर माता रानी का तिलक ज़रूर लगाये।
ना पैसा लगता हैं, ना ख़र्चा लगता हैं,
माता रानी की जयकारा लगाएं, बड़ा अच्छा लगता हैं।
मैंने तेरा नाम लेकर ही सारे काम किये है माँ,
और लोग समझते हैं कि, बंदा बहुत किस्मत वाला हैं।
रोशनी माँ तेरे प्यार की पल पल महसूस करूं,
तुझसे हैं आस मेरी माँ, तभी तो करम करके धीरज धरूं।
ना लोगो से भरी बस्ती चाहिए, ना ऊँची हस्ती चाहिए,
मुझे तो माँ आपके आपके दिवानेपन की मस्ती चाहिए।
मर्यादा पाँव में कब तक जंजीर डालेगी,
माथे पर माँ के नाम का तिलक लगाकर चला करो,
यही पहचान दुश्मन का कलेजा चीर डालेगी।
चलता रहा हुँ अग्निपथ पर, चलता चला जाऊँगा,
माता रानी के आशीर्वाद से मनचाही सफलता पाउँगा।
ए माँ मेरी गुनाहों को मेरे मैं कुबूल करता हूँ,
मोक्ष दे दे मेरी माँ, बस यही आशा रखता हूँ।
चिंता नही चिंतन का दामन थामा हैं,
क्योंकि माँ ने मेरी मुझे अपना माना हैं।
माता रानी वरदान ना देना हमें, बस थोडा सा प्यार देना हमें,
तेरे चरणों में बीते ये जीवन सारा, एक बस यही आशीर्वाद देना हमें।
जब भी मैं बुरे समय से घबराती हूँ,
मेरी पहाड़ों वाली माता की आवाज आती हैं “रुक मैं अभी आती हूँ।
मिलते हैं हज़ारों में से एक हैं, जो हमेशा याद आता हैं,
वो चौखट ही हैं तेरी माँ जहां यह बंदा सुकून पाता हैं।।