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नमस्ते दोस्तों, यहां पर सभी शिव भक्तों के लिए शिव जी की images का बेहतरीन कलेक्शन लेकर आये हैं, साथ में शिव जी के स्टेटस ओर कोट्स भी है। अपने मित्रों एवं परिवार के साथ साझा कर सकते हैं।
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शिव अनादि हैं, अनन्त हैं, विश्वविधाता हैं,
जो जन्म मृत्यू एवं काल के बंधनो से अलिप्त स्वयं महाकाल हैं।
शुभ प्रभात जय महाकाल
सुप्रभातम ॐ नमः शिवाय
शिव नाम से है जगत में उजाला
हरी भक्तो के है मन में शिवाला
अद्भूत है तेरी माया,
अमरनाथ में किया निवास,
नीले रंग की आपकी छाया,
तूही हमारे मन में बसा हुआ।
हर हर महादेव।
शुभ प्रभात शुभ दिवस
शुभ प्रभात ॐ नमः शिवाय
सत्य ही शिव है, शिव ही सुंदर, सुंदरता चहुंओर भरे,
अंतर्मन से तुझे पुकारूं, हर हर हर महादेव हरे॥
शुभ प्रभात शुभ दिवस ॐ नमः शिवाय 🌹🙏
शिव गायत्री मंत्र –
ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्र: प्रचोदयात।
शुभ प्रभात ॐ नमः शिवाय
मस्तक सोहे चन्द्रमा, गंग जटा के बीच, श्रद्धा से शिवलिंग को, निर्मल जल मन से सीच।
पशूनां पतिं पापनाशं परेशं गजेन्द्रस्य कृत्तिं वसानं वरेण्यम।
जटाजूटमध्ये स्फुरद्गाङ्गवारिं महादेवमेकं स्मरामि स्मरारिम।1।
महेशं सुरेशं सुरारातिनाशं विभुं विश्वनाथं विभूत्यङ्गभूषम्।
विरूपाक्षमिन्द्वर्कवह्नित्रिनेत्रं सदानन्दमीडे प्रभुं पञ्चवक्त्रम्।2।
गिरीशं गणेशं गले नीलवर्णं गवेन्द्राधिरूढं गुणातीतरूपम्।
भवं भास्वरं भस्मना भूषिताङ्गं भवानीकलत्रं भजे पञ्चवक्त्रम्।3।
शिवाकान्त शंभो शशाङ्कार्धमौले महेशान शूलिञ्जटाजूटधारिन्।
त्वमेको जगद्व्यापको विश्वरूप: प्रसीद प्रसीद प्रभो पूर्णरूप।4।
हे धर्म ध्वज धारी, नीलकण्ठ, हलाहल विष को अपने कंठ में धारण करने वाले और दक्ष के दम्भ यज्ञ
का विनाश करने वाले आशुतोष भगवान शिव अपको नमन है।
शुभ प्रभात ॐ नमः शिवाय
हम बनारसी हैं गुरु हम पर भोलेनाथ का साया हैं,
हमारे लिए महादेव ही सबकुछ बाकी सब मोहमाया हैं।
कण कण में भोलेनाथ आपका ही वास हैं,
हर भक्त के लिए आप और हर भक्त आपके लिए खास हैं।
शुभ प्रभात
हे मोक्ष स्वरूप विभु व्यापक, ब्रह्म और वेद स्वरूप
सब के स्वामी प्रचंड स्वरूप, श्रेष्ठ, तेजस्वी परमेश्वर
अखण्ड, अजन्मा, हाथ में त्रिशूल धारण किए, भाव प्रेम के द्वारा प्राप्त होने वाले, श्री शंकर जी भवानी माँ पार्वती सहित में आपको नमस्कार करता हूं।
|| महा मृत्युंजय मंत्र ||
ॐ त्र्यम्बक यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धन्म। उर्वारुकमिव बन्धनामृत्येर्मुक्षीय मामृतात् !!
सुप्रभात ॐ नमः शिवाय
सुप्रभात ॐ नमः शिवाय
*#शिव ही मीत है* *शिव ही प्रीत है*
*शिव ही जीवन है* *शिव ही प्रकाश है*
*शिव ही सांस है* *शिव ही आस है*
*शिव ही प्यास हैै* *शिव ही ज्ञान है*
*शिव ही ससांर है* *शिव ही प्यार है*
*शिव ही गीत है* *शिव ही संगीत है*
*शिव ही लहर है* *शिव ही भीतर है*
*शिव ही बाहर है* *शिव ही बहार है*
*शिव ही प्राण है* *शिव ही जान है*
*शिव ही संबल है* *शिव ही आलंबन है*
*शिव ही दर्पण है* *शिव ही धर्म है*
*शिव ही कर्म है* *शिव ही मर्म है*
*शिव ही नर्म है* *शिव ही प्राण है*
*शिव ही जहान है* *शिव ही समाधान है*
*शिव ही आराधना है* *शिव ही उपासना है*
*शिव ही सगुन है* *शिव ही निर्गुण है*
*शिव ही आदि है* *शिव ही अन्त हैै*
*शिव ही अनन्त है* *शिव ही विलय है*
*शिव ही प्रलय है* *शिव ही आधि है*
*शिव ही व्याधि है* *शिव ही समाधि है*
*शिव ही जप है* *शिव ही तप है*
*शिव ही ताप है* *शिव ही यज्ञः है*
*शिव ही हवन है* *शिव ही समिध है*
*शिव ही समिधा है* *शिव ही आरती है*
*शिव ही भजन है* *शिव ही भोजन है*
*शिव ही साज है* *शिव ही वाद्य है*
*शिव ही वन्दना है* *शिव ही आलाप है*
*शिव ही प्यारा है* *शिव ही न्यारा है*
*शिव ही दुलारा हैै* *शिव ही मनन है*
*शिव ही चिंतन है* *शिव ही वंदन है*
*शिव ही चन्दन है* *शिव ही अभिनन्दन है*
*शिव ही नंदन है* *शिव ही गरिमा है*
*शिव ही महिमा है* *शिव ही चेतना है*
*शिव ही भावना है* *शिव ही गहना है*
*शिव ही पाहुना है* *शिव ही अमृत है*
*शिव ही खुशबू है* *शिव ही मंजिल है*
*शिव ही सकल जहाँ है* *शिव समष्टि है*
*शिव ही व्यष्टि है* *शिव ही सृष्टी है*
*शिव ही सपना है* *शिव ही अपना है*
सुप्रभात…. ॐ नमः शिवाय
शिव की भक्ति से नूर मिलता है
सबके दिलों को सुकून मिलता है
जो भी लेता है दिल से भोले का नाम
उसे भोले का आशीर्वाद जरूर मिलता है
स्वर्ग मे देवता भी उनका अभिनंदन करते हैं,
जो हर पल महाकाल का वंदन करते हैं।
मृत्यु के समय कोई तुम्हारी नही सुनेगा,
कर्म की गति ही बताएगी तुम्हे कहा घसीटा जायेगा महाकाल।
सुप्रभात ॐ नमः शिवाय
जो डूबते हैं महाकाल की मस्ती में,
चार चाँद लग जाती हैं उनकी हस्ती में..
भोलेनाथ, तेरी नशे वाली आँखों का बड़ा नाम हैं,
आज नजरों से पिला दे गांजा भांग का क्या काम हैं।
नतमस्तक हैं आपके आगे शीश भोले और कहीं न झुकने देना,
भोलेनाथ बस दर्शन दे दो फिर चाहे मेरे प्राण ही हर लेना।
सुप्रभात ॐ नमः शिवाय
मन में करो सब शिव जी का ध्यान,
सबसे सुंदर हैं शिव का स्थान,
मिल सभी गुण शिव जी के गाते,
सारी खुशियाँ जीवन में पाते.
दुश्मनों कि ताकत से हम मरा नही करते,
भोलेनाथ के दिवाने है हम किसी से डरा नही करते।
अघोर हूँ मैं, अघोरी मेरा नाम,
भोलेनाथ है आराध्य मेरे, और शमशान मेरा धाम।
कोई कहे शिवशंभू और शंकर कोई कहे कैलाशपति,
कोई कहे भुतनाथ मैं तो कहूँ सबकी सुनो बाबा भोलेनाथ।
शुभ प्रभात
ॐ श्री गणेशाय नमः
ॐ नमः शिवाय
ॐ श्री गौरी मातेश्वरी
डम डम डम कुछ डोल रहा हैं,
बम बम बम कोई बोल रहा हैं।
रोती हुई आँखों को मेरे महाकाल ही हँसाते हैं,
जब कोई नहीं आता तब महाकाल ही आते हैं।
सुप्रभात
शिव से ही श्रुष्टि हैं,
शिव से ही शक्ति हैं,
अत आनंद सिर्फ शिव भक्ति हैं.
कौन कहता हैं मेरा भोला नजर नहीं आता,
बस वही तो नजर आता हैं जब कोई और नजर नहीं आता।
भोले तेरे भी शौक निराले हैं,
कहीं चिलम कहीं गांजा कहीं विष के प्याले हैं।
शिव उठत, शिव चलत, शिव शाम-भोर है।
शिव बुद्धि, शिव चित्त, शिव मन विभोर है॥ ॐ ॐ ॐ…
शिव रात्रि, शिव दिवस, शिव स्वप्न-शयन है।
शिव काल, शिव कला, शिव मास-अयन है॥ ॐ ॐ ॐ…
शिव शब्द, शिव अर्थ, शिवहि परमार्थ है।
शिव कर्म, शिव भाग्य, शिवहि पुरुषार्थ है॥ ॐ ॐ ॐ…
शिव स्नेह, शिव राग, शिवहि अनुराग है।
शिव कली, शिव कुसुम, शिवहि पराग है॥ ॐ ॐ ॐ…
शिव भोग, शिव त्याग, शिव तत्व-ज्ञान है।
शिव भक्ति, शिव प्रेम, शिवहि विज्ञान है॥ ॐ ॐ ॐ…
शिव स्वर्ग, शिव मोक्ष, शिव परम साध्य है।
शिव जीव, शिव ब्रह्म, शिवहि आराध्य है॥ ॐ ॐ ॐ…
हरी ॐ
सत्यम-शिवम-सुन्दरम,
हर हृदय में हर-हर हैं,
जड़ चेतन में अभिव्यक्त सतत
कंकर-कंकर में शंकर हैं.
सुप्रभात – ॐ नमः शिवाय
दुनिया के बदलते रंग देखता हूँ,
पर सिर्फ आपको महादेव हर पल आने संग देखता हूँ।
जैसे तिल में तेल हैं, ज्योँ चकमक में आग,
तेरा शंभू तुझ में हैं, तू जाग सके तो जाग में।
जिसके नाथ हो स्वयं भोलेनाथ, वो कैसे हुआ अनाथ।
सारा जगत है प्रभु तेरी शरण में
सर झुकाते हैं शिव तेरे चरण में
हम बनें भोले की चरणों की धूल
आओ शिव जी पर चढ़ायें श्रद्धा के फूल
दुनिया के बदलते रंग देखता हूँ,
पर सिर्फ आपको महादेव हर पल आने संग देखता हूँ।
जैसे तिल में तेल हैं, ज्योँ चकमक में आग,
तेरा शंभू तुझ में हैं, तू जाग सके तो जाग में।
जिसके नाथ हो स्वयं भोलेनाथ, वो कैसे हुआ अनाथ।
शुभ प्रभात – हर हर महादेव
मन छोड़ व्यर्थ की चिंता तू, शिव का नाम लिये जा,
शिव अपना काम करेंगे तू अपना काम किये जा।
महादेव तेरे बगैर सब व्यर्थ हैं मेरा,
मैं शब्द तेरा, तू अर्थ हैं मेरा।।
हे शिवशंकर, हे भोलेनाथ,
जीतेंगे हम हर बाजी, बस देना हरपल साथ।
सुप्रभात ॐ नमः शिवाय
भोलेनाथ आपकी सारी मनोकामनाएं पूर्ण करे।
जिनके रोम-रोम में शिव हैं, वहीं विष पिया करते हैं,
जमाना उन्हें क्या जलायेंगा, जो श्रृंगार ही अंगार से करते हैं।
ना पूछो मुझसे मेरी पहचान, मैं तो भस्मधारी हूँ,
भस्म से होता जिनका श्रृंगार, मैं उस भोलेनाथ का पुजारी हूँ।
कोई दौलत का दीवाना, कोई शोहरत का दीवाना,
शीशे सा मेरा दिल, मैं तो सिर्फ महादेव का दीवाना।
सुप्रभातम – ॐ श्री गौरी पतयेय नमः
नाच रहे ड़मरू की ताल पर शिवशंम्भु,
त्रिशुलधारी गंगाधर बाबा महाकाल सर्वेशु।
शव हूँ मैं भी शिव बिना, शव में शिव का वास,
शिव मेरे आराध्य हैं, मैं हूँ शिव का दास ॥
ना जीने की खुशी, ना मौत का गम,
जब तक हैं दम, महादेव के भक्त रहेंगे हम।
शुभ प्रभात ૐ नम: शिवाय
जब जमाना मुश्किल में डाल देता हैं,
तब मेरा भोला हज़ारों रास्ते निकाल देता हैं।
महाकाल तेरे दरबार में आना
और कृपा पाना जैसे भूखे पंछी को दाना।
सुप्रभात
देवो के देव, महादेव आपसे हैं विनती,
मेरी भी हो, आपके ख़ास भगतो में गिनती.
सिर उठा के चलते हैं, महादेव के मेहरबानी हैं,
भोलेनाथ की भक्ति करना मेरे जीवन की कहानी हैं।
जिस समस्या का ना कोई उपाय,
उसका हल सिर्फ ॐ नमः शिवाय।
भोलेनाथ की दुनिया फुल रंगीन, तू भी होजा इसमें लीन।
सुप्रभात जय महाकाल
भक्तो को चिंता नही होती हैं काल की,
क्योकि उन पर कृपा होती हैं महाकाल की.
उसने ही जगत बनाया हैं, कण कण में वो ही समाया हैं,
दुःख भी सुख सा ही बीतेगा, सिर पर जब शिव का साया हैं।
हवाओं में गज़ब सा नशा छा गया,
लगता है भोले बाबा का भक्त आ गया।
सुप्रभात…बोलो हर हर महादेवमे
ऐ मेरे भाईओं,
दुश्मन की छाती पर जाकर सीधे तन जाओ तुम,
केवल कुछ दिन के खातिर ही परशुराम बन जाओ तुम..
तिरंगा ही लहराने दो इस हिंदुस्तान की माटी में,
हर हर महादेव के नारे गुंजने दो कश्मीर की घाटी में
शुभ प्रभात ૐ नम: शिवाय
व्याप्त हैं शिव सृष्टि में, शिव सत्य दोनों एक हैं,
शिव कृपा से सत्य का पथ दृष्टिगत हो आपको।
जय शिव शंभो, हर हर महादेव
विभत्स हूँ, विभोर हूँ, मैं समाधी में ही चूर हूँ,
मैं शिव हूँ, मैं शिव हूँ, मैं शिव हूँ।
सिर्फ कह देने से कोई भगवान नहीं हो जाता,
विष पान करना पड़ता हैं शिव शंकर की तरह।
रोम रोम में शिव हैं, दुनिया भर में शिव हैं,
आज भी शिव हैं कल भी, ये महाकाल शिव हैं।
शिव ही दीपक, शिव ही बाती,
शिव जो नही, तो सब कुछ माटी।
नीलकंठ महादेव की जय, ॐ नमः शिवाय
शुभ प्रभात ૐ नम: शिवाय
जब ईश्वर मनुष्य की परीक्षा लेते हैं,
तब वो मनुष्य का सामर्थ्य भी बढ़ा देते हैं,
ताकि वो अधिक बुद्धिमान और अधिक ताकतवर बनें!
हे कैलाश के राजा, दम लगाने आजा,
चिलम बनाई ताज़ा, ऐ मेरे भोले बाबा अब तो आजा।
पैसा नही हैं मेरी जेब मे सिर्फ महाकाल की तस्वीर हैं,
सुबह शाम उसे देखता हूँ क्योंकि वो ही मेरी तकदीर हैं।।
शुभ प्रभात ૐ नम: शिवाय
भगवान से कुछ माँगने पर न मिले
तो उनसे नाराज मत होना क्योकि
भगवान वह नही देते जो आपको अच्छा
लगता हो बल्कि वह देते हैं
जो आपके लिए अच्छा होता हैं
जो महाकाल को दिल देता हैं,
महाकाल उसे दिल से देता हैं।
ना चाह मुझको दौलत की, ना शौक मुझको जन्नत का,
बिन मतलबी सा बन्दा हूँ, महादेव तेरे चरणों की धूल पे मरता हूँ।
शुभ प्रभात ૐ नम: शिवाय
ॐ त्र्यम्बकम् यजामहे सुगन्धिम्पुष्टिवर्धनम्,
उर्वारुकमिव बन्धनात् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात।।
कर से कर को जोड़कर, शिव को करू प्रणाम
हर पल शिव का ध्यान धर, सफल होवें सब काम, जय शिवशंकर।
सर उठा के चलते हैं, महादेव की महेरबानी हैं,
शिव की भक्ति करना मेरे जीवन की कहानी हैं।
शुभ प्रभात ૐ नम: शिवाय
मस्तक सोहे चन्द्रमा,
गंगा जटा के बीच,
श्रद्धा से शिवलिंग को,
निर्मल जल मन से सीच।
शंकरशिव भोले, उमापति महादेव,
तारणहार परमेश्वर, विश्वरुप महादेव।
जो कहे “ॐ नमः शिवाय”
उसका सब कष्ट दूर हो जाय
शुभ प्रभात ૐ नम: शिवाय
हे शिवशंकर, हे भोलेनाथ,
जीतेंगे हम हर बाजी, बस देना हरपल साथ।
ये नशा किसी शीशी का नही जो उतर जाये,
ये नशा नाथो के नाथ भोलेनाथ का हैं, जो चढ़ता ही जाय।
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