Ishwar Hindi Suvichar Images ( ईश्वर पर अनमोल सुविचार इमेजेस )

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ईश्वर का अलग से कोई अस्तित्व नहीं है.
हर कोई सही दिशा में उचित प्रयास करके देव तत्व प्राप्त कर सकता है .

हमारी प्रार्थना बस सामान्य रूप से आशीर्वाद के लिए होनी चाहिए क्योंकि भगवान जानते हैं कि हमारे लिए क्या अच्छा है.

मनुष्य को सिर्फ रोटी के लिए नहीं जीना चाहिए, बल्कि ईश्वर के मुख से निकले हुए हर शब्द के मुताबिक जीना चाहिए.

उस दिन हमारी सारी परेशानियाँ ख़त्म हो जायेगी,
जिस दिन हमें यकीन हो जाएगा की हमारा
सारा काम ईश्वर की मर्जी से होता है !!

दूसरों की परेशानी का आनंद ना लें,
कहीं भगवान आपको वह गिफ्ट ना कर दें,
क्‍योंकि भगवान वही देता हैं जिसमें आपको आनंद मिलता हैं।

सिर्फ पूजा-हवन से भगवान नहीं मिला करते,
भगवान की प्राप्ति के लिए मन में दयाभाव व
इंसानों के प्रति करूणा, विनम्रता भी होनी चाहिए!

ईश्‍चर के न्‍याय की चक्‍की धीमी जरूर चलती है
पर पीसती बहुत बारीक है।

ईश्वर से कुछ मांगने पर न मिले तो,
उससे नाराज ना होना क्योकि ईश्वर वह नही देता,
जो आपको अच्छा लगता है बल्कि वह देता है,
जो आपके लिए अच्छा होता है।

कहते हैं,
जब आप हंस्ते हो तो आप ईश्वर की प्रार्थना करते हो
और जब आप किसी को हंसते हो तो ईश्वर आपके लिए प्रार्थना करता है!!

अपने आप से डरना चाहिए!!
क्योंकि पाप हम करते हैं, ईश्वर नहीं.

यह जीवन ईश्वर का अमूल्‍य उपहार है
इसे व्‍यर्थ न गंवाओ…

र्इश्वर चित्र में नहीं, चरित्र में बसता है,
अपनी आत्‍मा को मंदिर बनाओ

कहते हैं जिन्‍दगी का आखरी ठिकाना
ईश्वर का घर है, कुछ अच्‍छा कर ले मुसाफिर
किसी के घर खाली हाथ नहीं जाते है।

हे ईश्वर मुझे अधिक लेने के लिए नहीं,
अधिक देने के योग्‍य बनाओ…

ईश्वर हमें कभी सजा नहीं देते,
हमारे कर्म ही हमें सजा देते हैं!

ईश्वर का अलग से कोई अस्तित्व नहीं है.
हर कोई सही दिशा में उचित प्रयास करके देव तत्व प्राप्त कर सकता है .

हमारी प्रार्थना बस सामान्य रूप से आशीर्वाद के लिए होनी चाहिए क्योंकि भगवान जानते हैं कि हमारे लिए क्या अच्छा है.

‘आज’ ईश्वर का दिया हुआ एक उपहार है
– इसीलिए इसे ‘प्रेजेंट’ कहते हैं.

ईश्वर से कुछ मांगने पर न मिले तो,
उससे नाराज ना होना क्योकि ईश्वर वह नही देता,
जो आपको अच्छा लगता है बल्कि वह देता है,
जो आपके लिए अच्छा होता है।

प्रभु न दंड देते है, प्रभु न माफ करते है,
वह तो कर्म-फल के तराजू है…
जो बस इंसाफ करते है
सुख-दुख का बटन तेरे हाथ में है बन्‍दे,
तुम उसे खुद ही ऑन करते हो और ऑफ करते हो
ईश्‍चर के न्‍याय की चक्‍की धीमी जरूर चलती है
पर पीसती बहुत बारीक है।

उस दिन हमारी सारी परेशानियाँ ख़त्म हो जायेगी,
जिस दिन हमें यकीन हो जाएगा की हमारा
सारा काम ईश्वर की मर्जी से होता है !!

दूसरों की परेशानी का आनंद ना लें,
कहीं भगवान आपको वह गिफ्ट ना कर दें,
क्‍योंकि भगवान वही देता हैं जिसमें आपको आनंद मिलता हैं।

मनुष्य को सिर्फ रोटी के लिए नहीं जीना चाहिए,
बल्कि ईश्वर के मुख से निकले हुए हर शब्द के मुताबिक जीना चाहिए.

जो दौड़ दौड़ कर भी नहीं मिलता “वही संसार है” जो बिना दौड़े मिल जाता है “वही परमात्मा हैं”।

ईश्वर कहते है उदास न हो मैं तेरे साथ हूँ सामने नहीं आस – पास हूँ…
पलकों को बंद कर और दिल से याद कर…
मैं कोई और नहीं तेरा विश्वास हूँ।

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