Parwah Shayari In Hindi

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ढूंढना है तो परवाह करने वाले को ढूंढिए !
इस्तेमाल करने वाले तो खुद ही आपको ढूंढ़ लेंगे !!

सारी दुनिया के रूठ जाने की परवाह नहीं मुझे,
बस एक तेरा खामोश रहना मुझे तकलीफ देता है।

पनी रातें उनके लिए ख़राब करना छोड़ दो दोस्तों,
जिनको ये भी परवाह नहीं की तुम सुबह उठोगे भी या नहीं।

मसला ये नहीं है के दर्द कितना है,
ग़ालिब, मुद्दा ये है कि परवाह किस किस को है

पता नहीं हक़ है भी या नहीं…
पर तेरी परवाह करना मुझे आज भी अछा लगता है…

जब कोई आपकी नाराजगी की परवाह करना छोड़ दे,
तब समझ जाओ की मोहब्बत ख़तम और मज़बूरी शुरू !!

जग रूठे तो कहां परवाह है मुझे…
मगर मर जाऊंगाी मै जो आंख तुने फेरी…

इस साल खुद को एक गिफ्ट देना,
जिसे आपकी परवाह नहीं उसे छोड़ देना ।।

लापरवाही ही भली है ग़ालिब..
परवाह करो तो लूट लेते है लोग…

परवाह तो बहुत है आपकी, ना हुआ है प्यार कम,
बस दूर हो रहे है अब ये ज़बरदस्ती के रिश्ते से…!

नहीं दुनिया को जब परवाह हमारी…
तो फिर दुनिया की परवाह क्यूँ करें हम…!!

नफ़रत करना तो कभी सिखा ही नहीं,,,
हमने दर्द को भी चाहा है अपना समझ कर

This picture was submitted by Smita Haldankar.

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