गुटका खाकर पान चबाकर बढ़ाना चाहते मान, केंसर होगा बीमारी बढे़गी चली जाएगी जान
गुटका पान, मसाला खाकर यहाँ-वहाँ करते पीक, घर के बड़े बुजूर्ग, गुरूओं से क्या यह ही सीखी सीख
दारू से दरियादिली और गुटके से शान, इनसे अंकल दूर रहो नहीं होगा कल्याण
तम्बाकू के खेत में, यदि पैदा हो अन्न, पेट हजारों के भरे, मन भी रहे प्रसन्न।
तम्बाकू को जिसने गले लगाया। मौत को उसने पास बुलाया।
सिगरेट हत्यारा होता है, जो डिब्बे में यात्रा करता है।
– अनजान लेखक
दारू पिने से तो दरिद्रता आती हैं और तंबाकू से बिमारी, इनसे दूर रहो मत दिखलाओ यारी
दारू से दरियादिली और तम्बाकू से शान, इनसे भाई दूर रहो नहीं होगा तुम्हारा कल्याण।
तंबाकू छोड़ कर, खाओ सेब अनार, आयु बढ़ाने का सपना अपना कर लेना साकार
जिंदगीभर का दर्द है गर्द। समाज का दर्द है गर्द। गर्द तो गर्द में है मिलाती। इसीलिये गर्द से रहो दूर
सिगरेट एक ऐसी पाइप है जिसके एक छोर पर आग है और दुसरे पर एक मूर्ख।
भले काम से मुँह मत मोड़ो। तम्बाखू की आदत छोडो।
तंबाकू का अंजाम मौत का पैगाम।
तंबाकू का नशा अनमोल जीवन की दुर्दशा।
मूंह में दबाकर पान मसाला दिखाते हैं शान, जगह-जगह थुंककर क्यों गिरा रहें हैं मान।
तंबाकू की आदत, यानि कैंसर को दावत।
तंबाकू खाने का अंजाम होंगा मौत का पैगाम।
तंबाकू को खाने से नहीं बढे़गी तुम्हारी शान, यह तुम्हे गटक लेगा और ले लेगा प्राण।
आप तंबाकू खाते हैं, और बाद में तम्बाकू कैंसर बनकर आपको खाता हैं।
तंबाकू का नशा अनमोल जीवन की दुर्दशा।
तंबाकू छोड़ कर, खाओ सेब अनार, आयु बढ़ाने का सपना अपना कर लेना साकार।