हाथों में रंग बिरंगी सतरंगी,
चूड़ियां है सजाए गोरी सजनी,
सजी है वो दुल्हन सी प्यारी-न्यारी
माथे पे अपनी भरे मांग सिंदूरी!
करवा चौथ की हार्दिक बधाई बधाई
करवा चौथ का ये त्यौहार,
आये और लाये खुशियाँ हज़ार,
यही है दुआ हमारी,
आप हर बार मनाये ये त्यौहार,
सलामत रहें आप और आपका परिवार.
मेहंदी का लाल रंग आप के प्यार की गहराई दिखता है,
माथें पर लगाया हुआ सिन्दूर आपकी दुआएँ दिखता है,
गले में पहना हुआ मंगलसूत्र मजबूत रिश्ता दिखता है.
हैप्पी करवा चौथ.
दे जाए उम्र तुम्हे हज़ार -हज़ार साल,
आए तो संग लाये खुशियां हज़ार,
हर साल हम मनाए ये त्यौहार,
भर दे हमारा दामन खुशियों के साथ,
दे जाए उम्र तुम्हे हज़ार-हज़ार साल
आज का दिन बड़ा ख़ास है
आप के आने की आस है
थोड़ी भूख थोड़ी प्यास है
आप नहीं बस आपका एहसास है
करवा चौथ का दिन हैं
तुम्हारी यादों से भरे है हम
तुम बिन ज़िन्दगी कितनी बेरंग होगी
ये सोच के कई बार डरे है हम
करवाचौथ तो बहाना है
असली मकसद तो पति को याद दिलाना है
कि कोई है
जो उसके इंतजार में दरवाजे पर
टकटकी लगाए रहती है
पति के इंतज़ार में
सदा आँखें बिछाए रहती है
सुबह की किरण में सरगी मिलेगी
आज हर पत्नी दुल्हन की तरह सजेगी
इस व्रत से हमारे पति की उमर बढ़ेगी
हर पत्नी को माता यह आशीर्वाद देगी
करवा चौथ का पावन व्रत
आपके लिए मैंने किया है क्यूंकि
आप ही के प्रेम और सम्मान ने
जीवन को नया रंग दिया हैं
अपने हाथों में चूड़ियाँ सजाये
माथे पर अपने सिन्दूर लगाए
निकली हर सुहागन चाँद के इंतज़ार में
रब्ब उनकी हर मनोकामना पूरी करे
दिल खुशियों का आशियाना हैं
इसे दिल में बसाये रखना
पत्नी रखती है व्रत आपके लिए
आप भी इन्हें ज़िन्दगी भर हसाए रखना
जोड़ी मेरी तेरी कभी टूटे ना
तुम और मैं कभी रूठे ना
हम तुम 7 जन्म साथ निभाएंगे
हर पल की मिलकर खुशियाँ मनाएंगे
आया आज ये करवे का पावन त्योंहार
हर सुहागन के जीवन में लाये बहार
जब तक न निकले चाँद तू रातों में
ओ जानम तू बसा है साँसों में
लगी है मेहँदी हाथों में पिया मेरे
सदा देता साथ सुख-दुःख में मेरे
खुशबू तेरे प्यार की महकाए मुझे
तेरी हर बात सनम बहकाए मुझे
आए तो संग लाये खुशियाँ हज़ार
हर साल मनाएं हम यह त्योहार
भर दे हमारा दामन खुशियों के साथ
दे जाये उम्र तुम्हे हज़ार हज़ार साल
सूरज ने पूछा हे फूलो से
आज तुम इतने खुश क्यों हो
फूलो ने कहा मुस्कुराते हुआ
आज प्यारा सा करवा चौथ हे
करवा चौथ आया है
खुशियाँ हज़ार लाया है
हर सुहागन ने चाँद से
थोडा सा रूप चुराया है
हाथों में रंग-बिरंगी सतरंगी
चूड़ियाँ है सजाये गोरी सजनी
सजी है वो दुल्हन सी प्यारी-न्यारी
माथे पे अपनी भरे मांग सिंदूरी
आज का दिन है नाम तुम्हारे
जल्दी से आ जाओ आप पास हमारे
है इंतज़ार आपका बेसब्री से
रहो साथ मेरे समाँ जाओ साँसों में
उम्र तुझे मेरी भी लग जाये
काश तेरी साँसें मुझमे बस जाये
करवा चौथ है बहुत सुहाना
गर मैं रुठुं तो तुम मानना