✐ सबसे सुन्दर वो नज़ारा होगा
दीवारों पर दीयों की माला होगी
हर आँगन में तुलसी माँ विराजेगी
और माँ तुलसी का विवाह होगा
शुभ तुलसी विवाह
✐ तुलसी संग शालिग्राम ब्याहे
सज गई उनकी जोड़ी
तुलसी विवाह संग लगन शुरू हुए
जल्दी ले के आओ पिया डोली
शुभ तुलसी विवाह
✐ गन्ने के मंडप सजायेंगे हम
विष्णु- तुलसी का विवाह रचाएंगे हम
आप भी होना खुशियों में शामिल
तुलसी का विवाह मिलकर कराएंगे हम
तुलसी विवाह की शुभकामनाएं
✐ हर घर के आँगन में तुलसी
तुलसी बड़ी महान है
जिस घर में ये तुलसी रहती
वो घर स्वर्ग सामान है
तुलसी विवाह की शुभकामना
✐ आप सदा तुलसी की भांति
पवित्र और लाभकारी रहें।
तुलसी विवाह की आपको
बधाइयाँ और शुभकामना
✐ “नारायण से मांग रही
एक यही वरदान।
वरण करें मेरा प्रभु
जीवन संगिनी समान।”
तुलसी के यह वचन सुन
बिहसि गए भगवान।
लक्ष्मी के अतिरिक्त नहीं
विष्णु के कोई वाम।
क्रुद्ध वृंदा ने दिया
पत्थर होने का शाप।
रूप बन गया विष्णु का
शालिग्राम हुए नाथ।
यही श्री शालिग्राम जी
तुलसी के हुए नाथ।
जहां विराजे तुलसी जी
वहां रहें ये साथ।
✐ मंडप सजा है, अब तुलसी विवाह रचाएंगे,
आप भी होना शामिल, हम सब मिलकर
तुलसी का विवाह कराएंगे.
तुलसी विवाह की शुभकामनाएं!
✐ तुलसी एक औरत थी
पतिव्रता नारी की मूरत थी
तप का था उसे इतना ज्ञान
भगवान को देना पड़ा वरदान
घर -घर पूजी जाती है
बिन तुलसी ना कोई पूजा होती है ।।
✐ गन्ने के मंडप सजायेंगे हम
विष्णु- तुलसी का विवाह रचाएंगे हम
आप भी होना खुशियों में शामिल
तुलसी का विवाह मिलकर कराएंगे हम
तुलसी विवाह की शुभकामनाएं
✐ “तुलसी पुजन दिवस” भारतीय संस्कृत में
तुलसी का स्थान पवित्र और महत्व पूर्ण है,
आरोग्य प्रदायिनी, सुख- शान्ति के प्रतिक
और माँ के समान माना गया है।
तुलसी का पौधा घर में होने से
नरात्मक शक्तियो एवं दुष्ट विचारो से रक्षा होती है
उनका पुजन करने से पूर्व जन्म के पाप जल कर विनिष्ट हो जाते है
और कई ओषधियों का कार्य करती है
हमारा देश भारत, धर्म और संस्कृति प्रधान देश है।
भारत संतों का देश है।
भगवान विष्णु की प्रिय “तुलसी माता” का पुजन कर,
आज के दिन को “तुलसी पुजन दिवस” के रूप में मनाए।
जिससे घर में, सुख, शान्ति, समृद्धि एवं सात्विकता बढे। बच्चे बुद्धिमान बनें।।
✐ तुलसी बिन सब सूना है
बिन तुलसी सब अधूरा है
घर-आंगन और कृष्णा के
छप्पन भोग एक तुलसी
के पत्ते से सब पूरा है
Happy Tulsi Vivah!
✐ आ गया मेरा प्रिय कार्तिक मास
त्यौहारों की लिये पोटली साथ
मां तुलसा माता के चौरे पर
सांझ होते ही रख देती थी,
आंगन मे दिप-दिप करता नन्हा दिया
मांगती थी अखंड सौभाग्य
तुलसा रानी से हरी की पटरानी से
अपनी सन्तानो की, स्वजनो की कुशलक्षेम!
निभाती हूं परंपरा यही आज तक मै भी,
पूरे साल के लिए हो जाती हूं निश्चिन्त
मांग कर खुशियां मां तुलसी से
सारी कायनात की अपने परिवार के लिए..!
✐ सबसे सुन्दर वो नज़ारा होगा
दीवारों पर दीयों की माला होगी
हर आँगन में तुलसी माँ विराजेगी
और माँ तुलसी का विवाह होगा
शुभ तुलसी विवाह
✐ देवोत्थानी एकादशी अर्थात तुलसी विवाह के दिन से
सभी शुभ कार्य संपन्न करने आरम्भ हो जाते हैं…
याद रखे कभी भी एकादशी (प्रत्येक माह में 2 एकादशी)
को चावल नही खाये ना ही बनाये..
✐ सजती है आंगन में
तुलसी है बड़ी महान,
जिस घर में होती है तुलसी
वो घर स्वर्ग समान।
Happy Tulsi Vivah
✐ आज फिर तुलसी का विष्णु से विवाह हुआ है
तुलसी का श्राप विष्णु ने नहीं, लक्ष्मी ने लिया है
अपराध विष्णु का था परन्तु, वियोग का विष
राम से अधिक सीता ने पिया है।
✐ आपके घर भी मंगल गीत गाये जाएं
इस देवउठनी एकदादशी में आपके घर
सुख–समृद्धि और खुशियां हज़ार आएं।
हैप्पी देवउठनी एकादशी!