✍️ बंदे हम गुजरात के, हम पे किसका जोर
उत्तरायण में उड़े है, पतंग चारों ओर
हम लोग खाये उंधियाँ, जलेबी गोल गोल…
अपनी पतंग को कटवाने आज चले है हम…
✍️ देख भाई…
प्यार में गिरना
लेकिन छत पर से मत गिरना
हड्डीयाँ टूटने पर बहोत ही दर्द होता है
✍️ उत्तरायण आयी नहीं कि, लोगों का
ये “पक्षी बचाओं अभियान” चालू…
चलो अच्छा है वैसे…
पर लोग भी साले अजीब है…
मुर्गी खाने की और
कबूतर बचाने का…
✍️ पति ने फेसबुक पोस्ट डाला…
14 जनवरी उत्तराय के शुभ अवसर पर
पतंग पर अपनी पत्नी का फोटो
चिपकाकर पतंग उडाये और
अपने से दूर जाते देखने का आनंद ले
पत्नी ने तुरंत कमेन्ट ठोका –
आनंद और भी दोगुना हो जायेगा,
जब पतंग किसी दूसरी पतंग से पेच लड़ायेगी
पति शोक्ड, पत्नी रोक्ड
✍️ अंगूठा बचाये रखना
पतंग तो 2 दिन है
पर व्हॉट्सऐप फेसबुक तो
363 दिन है…
खास करके Loves – सूचना जनहित में जारी
✍️ आदमी का भी पतंग की तरह ही है साहब
कन्या अच्छी बंधी तो उची उड़ान
और गलत बंधी तो
गोल गोल घुमता रहता है
Happy Makar Sankranti