✐ रात काफी हो चुकी है अब चिराग बुझा दीजिए
एक हंसी “ख्वाब” राह देखता है आपकी,
बस पलकों के परदे गिरा दीजिए !!
!!शुभरात्रि!!
✐ सितारों से भरी इस रात में,
जन्नत से भी खुबसूरत ख्वाब आपको आये,
इतनी हसीन हो आने वाली सुबह कि
मांगने से पहले ही आपकी हर मुराद पूरी हो जाये।
!!शुभरात्रि!!
✐ रात का चाँद आसमान में निकल आया है.
साथ में तारों की बारात लाया है.
जरा आसमान की ओर देखो
वो आपको..मेरी ओर से गुड नाइट कहने आया हैं.
!!शुभरात्रि!!
✐ ये रात चाँदनी बनकर आपके आंगन आए,
ये तारे सारे लोरी गा-कर आपको सुलाए,
हों आपके इतने प्यारे सपनें,
के नींद में भी आप मुस्कुराए !!
!!शुभरात्रि!!
✐ देखो फिर रात आ गयी,
गुड नाइट कहने की बात याद आ गयी,
हम बैठे थे सितारों की पनाह में,
चाँद को देखा तो आप की याद आ गयी !!
!!Good Night!!
✐ हर फूल आपको मुस्कान दे,
हर शाम आप को सलाम दे,
हम यही दुआ करते हैं कि आपका एक आंसू भी निकले
तो रब आपको उससे दुगुनी मुस्कान दे |
!!शुभरात्रि!!
✐ आपकी कमी भी है आप का अहसास भी है,
आप दूर भी है मुझ से पर पास भी है,
खुदा ने नवाजा आपसे मुझे
खुद पर गूरूर भी है नाज भी हैं…
!!शुभरात्रि!!
✐ जो जले पल पल वो रौशनी,
जो, महक पल पल वो खुशबू,
जो आये याद पल-पल वो आप,
और जो याद करे पल-पल वो हम….
!!शुभरात्रि!!
✐ हे रब तू अपना जलवा दिखा दे !
उनकी ज़िन्दगी को भी अपने नूर से सजा दें
बस इस दिल की ये ख्वाहिश है ए खुदा,
उनके सुनहरे सपनों को तू हकीकत बना दे।
!!शुभ रात्रि!!
✐ ना तो यादों को याद रखते हैं,
ना ही सपनों को साथ रखते हैं,
हम तो बस उनकों याद रखते है,
जो हमें दिल के पास रखते है।
!!शुभरात्रि!!
✐ उतरा कोई दिल में मेरे चाँद नगर से,
अब कोई ना खौफ आंधियों के सफर से,
वो बात है तुझ में कि कोई तुझा-सा नहीं है,
ऐ काश कोई देखे तुझे मेरी नजर से |
!!शुभरात्रि!!
✐ सिर्फ एहसास बदल जाता है दुनिया में लोगों के बारें में,
वरना मोहब्बत और नफ़रत तो एक ही दिल से होती है…..
!!शुभरात्रि!!
✐ आप जब भी चाँद को देखों
याद करना मुझे,
यह सोचकर नहीं की खूबसूरत है वो सितारों में,
ये सोचकर कि अकेले हैं वो भी हजारों में।
!!शुभरात्रि!!
✐ चाँद को बिठाकर पहरे पर,
तारों को दिया निगरानी का काम,
आई है ! यह रात सुहानी लेकर आपके लिए,
मीठे मीठे सपने आपकी आँखों के नाम।
!!शुभ रात्रि!!
✐ प्यारी सी “रात” में, प्यारे से “अँधेरे” में
प्यारी सी “नींद” में, प्यारे से “सपनों” में
प्यार से अपनों, को प्यारी सी गुड नाइट
!!Good Night!!
✐ कितनी हसीन यह रात आई है
चाँद तारो की सौगात लाई है
हमारी चाहत का ही तो असर है ये
जो ये मीठे सपनों को साथ लाई है !!
!!Good Night!!
✐ हम कभी तुमसे खफा हो नहीं सकते,
वादा किया है तो बेवफा हो नहीं सकते,
आप भले ही हमें भूलाकर सो जाओ,
मगर
हम आप को याद किये बिना सो नहीं सकते।
!!शुभरात्रि!!
✐ होंठ कह नहीं सकते जो फ़साना दिल का शायद,
नज़र से ही वो बात हो जाएं,
इस उम्मीद में करते हैं इंतजार हम रात का कि
शायद सपनों में ही मुलाकात हो जाए।
!!शुभरात्रि!!
✐ कितनी जल्दी से मुलाकात गुजर जाती है,
प्यास बुझती नहीं बरसात गुजर जाती है,
अपनी यादों से कहो की यूँ ना सताया करे,
नींद आती नहीं और रात गुजर जाती है।
!!शुभरात्रि!!
✐ मुबारक हो आपको ये चमकीली रात,
मिले ख्वाबों में भी खुदा का साथ,
खुले जब आप की आँखे तो,
ढेरों खुशियां हो आपके पास।
!!शुभ रात्रि!!
✐ तारों की छाओ में एक पालकी बनाई है,
ये पालकी मैंने बड़े प्यार से सजाई है,
सुन ले हवा जरा मंद मंद चलना,
मेरे दोस्त को बड़ी प्यारी नींद आई है।
!!शुभ रात्रि!!
✐ बहुत खुबसूरत होते है वो पल
जब कोई दोस्त साथ होते है,
लेकिन उससे भी खुबसूरत होते है वो लम्हें,
जब दूर रहकर भी वो हमें याद करते है।
!!Good Night!!
✐ रात को चुपके से आती है एक परी,
ख़ुश खुशियों के सपनें लाती है एक परी,
कहती है सपनो के आगोश में खो जाओ,
भूल के सारे गम चुपके से सो जाओ।
!!शुभ रात्रि!!
✐ रात को रात का तोहफ़ा नहीं देते,
फूल को फूल का तोहफ़ा नहीं देते,
देने को तो हम चाँद भी आपको दे सकते थे
लेकिन,
चाँद को चाँद का तोहफ़ा नहीं देते।
!!गुड नाइट!!
✐ रात की चांदनी आपको सदा सलामत रखे,
परियों की आवाज आप को सदा आबाद रखे,
पूरी कायनात को खुश रखने वाला वो रब,
आप की हर ख़ुशी का ख्याल रखे।
!!शुभ रात्रि!!
✐ चाँद ने अपनी गहरी चाँदनी बिखेरी है;
और तारों ने आसमान को सजाया है;
कहने को आपको शुभ रात्रि;
देखो रात का फ़रिश्ता आया है।
!!Good Night!!