✐ बोलो सुबह शाम साईं का नाम,
बन जायेंगे बंदे सारे बिगड़े काम।
✐ करता हूँ फ़रियाद “साईं” बस इतनी रहमत कर देना,
जो भी पुकारे तुझको बाबा, खुशियों से उसकी झोली भर देना।
✐ जीवन में अब हर पल अलग ही सुकून हैं
साईं तू हैं, तभी तो जीने का जुनून हैं।
✐ साईं तेरे रूप हज़ार, दे दो दर्शन बारम्बार ।।
✐ आशा हैं साईं के भजनों में रम जाएँ,
साईं तेरी भक्ति में ऐसे लीन हों, की जानवर से इंसान हो जाएँ।
✐ साईं के चरणों में जो मिल जाती मुझको भी शरण
सफल हो जाते मेरे अगले पिछले सभी जनम।
✐ गर ना करता साईं की भक्ति,
तो कैसे समझता हृदय में छिपी शक्ति।
✐ साई कहते हैं, पल में अमीर हैं, पल में फ़क़ीर हैं,
अच्छे करम कर ले बन्दे, ये तो बस तक़दीर हैं।
✐ जिस पे भी हाथ रख दे मेरा साईं फकीरा,
वो पत्थर भी बन जाये पल में नायाब हीरा।
✐ तू ही ब्रह्म, तू ही विष्णु,
तू ही तू है विधाता,
सब की बिगडी बननेवाला
तू ही तू है जीवनदाता
✐ दुनिया में अच्छे दोस्त बहुत कम मिलेंगे,
जीवन में सुख कम, दुःख ज्यादा मिलेंगे,
जिस मोड़ पे दुनिया आपका साथ छोड़ देगी,
उसी मोड़ पर आपको साईनाथ मिलेंगे
✐ साई वो नही जो तुझे गम में छोड़ देंगे,
साई वो नही जो तुझसे नाता तोड़ देंगे,
साई तो तेरे वो भगवान हैं, तेरे वे मालिक हैं,
अगर तेरी सांसे बाँध हो,
तो अपनी सांसे जोड़ देंगे
✐ क्यों रखे बाबा से दूरी भक्ति से होती इच्छा पूरी
मन चाहा फल देते है श्रद्धा और सबूरी
✐ मुझे कौन याद करेगा इस भरी दुनिया में, हे ईश्वर!
यहाँ तो बिना मतलब के तो लोग तुझे भी याद नहीं करते…!!
✐ शायद मेरे पास सब कुछ नहीं
पर ईश्वर ने मुझे वो सब दिया है,
जिसकी मुझे जरुरत है।
मैं इसके लिए ईश्वर का आभारी हूँ।
✐ अगर आपकी समस्या एक जहाज जितनी बड़ी है
तो यह नही भूलना चाहिए कि भगवान की कृपा सागर जितनी विशाल हैं!!
✐ बोलो सुबह शाम साईं का नाम,
बन जायेंगे बंदे सारे बिगड़े काम।
✐ जिस पे भी हाथ रख दे मेरा साईं फकीरा,
वो पत्थर भी बन जाये पल में नायाब हीरा।
✐ साई कहते हैं, पल में अमीर हैं, पल में फ़क़ीर हैं,
अच्छे करम कर ले बन्दे, ये तो बस तक़दीर हैं।@
✐ गर ना करता साईं की भक्ति,
तो कैसे समझता हृदय में छिपी शक्ति।
✐ साईं के चरणों में जो मिल जाती मुझको भी शरण
सफल हो जाते मेरे अगले पिछले सभी जनम।
✐ आशा हैं साईं के भजनों में रम जाएँ,
साईं तेरी भक्ति में ऐसे लीन हों, की जानवर से इंसान हो जाएँ।
✐ साईं तेरे रूप हज़ार, दे दो दर्शन बारम्बार ।।
✐ जीवन में अब हर पल अलग ही सुकून हैं
साईं तू हैं, तभी तो जीने का जुनून हैं।
✐ करता हूँ फ़रियाद “साईं” बस इतनी रहमत कर देना,
जो भी पुकारे तुझको बाबा, खुशियों से उसकी झोली भर देना।
✐ सबसे प्यारा हैं साई तेरा ये मुखड़ा, दर्शन से मिटता हैं दिल का हर दुखड़ा
दर्शन नित पाएं ऐसा भाग्य हमें देना, सेवा की अपनी बाबा सौभाग्य हमें देना।
✐ कौन कहता हैं तेरे दर से मांगने वाला गरीब होता हैं,
जो तेरे दर तक पहुंच जाएँ, वो सबसे बड़ा खुशनसीब होता हैं।
✐ शिरडी वाले साईं बाबा, तेरे दर पर आना चाहता हैं सवाली,
लब पे दुवायें भी हैं, आखों में आँसू भी हैं, बुला लो बाबा इस सावाली को शिरडी।
✐ जो कोई सुनता साईं बाबा के वचन, जीवन को करते प्रभु पर समर्पण,
जो भी करता अपने साईं से सच्चा प्यार, रहती सदा जीवन में सुख की बहार।
✐ जो कुछ मिला हैं तुझे तेरा करम हैं, तुने बहुत कमाया ये तेरा भरम हैं,
ये तो विधाता की खींची लकीर हैं, पल में अमीर हैं, पल में फ़क़ीर हैं।
✐ तेरी किस्मत का लिखा तुझसे कोई ले नहीं सकता,
अगर उसकी रेहमत हो तो, तुझे वो भी मिल जायेगा, जो तेरा हो नहीं सकता।
✐ जो करता विश्वास तुम पर बाबा, आता शरण में जब कोई आपकी बाबा,
वो मिल जाये आपमें ही साईं गुरुवर, फिर आत्मा और शरीर का क्या हैं डर।
✐ तुम बिन जीवन जहर हैं साईं, तेरा नाम ही हैं बाबा मेरी कमाई,
बाबा साईं बोलो अल्लाह साईं बोलो, साईं बाबा बोलो साईं बाबा बोलो।
✐ साईं तुम हो मेरे दीन-बन्धु, मात-पिता चरणों में तेरे हरपल हो मेरा नमन
आप दे दो मुझे शक्ति अपार बाबा, तुम दे दो मुझे भक्ति अपार बाबा।
✐ दीवाने तेरे लाखों बाबा, पर मैं भी हूँ तेरी दुनिया में,
कांटे मिले मुझे भले ही लाखों, पर मैं भी हूँ एक तिनका तेरी कुटिया में।
✐ छू जाते हो मुझे कितनी ही बार, ख्वाब बनकर मेरे साईं राम,
ये दुनिया ना जाने फिर फिर क्यों कहती हैं, के तुम मेरे करीब नहीं, मेरे साईं राम।
✐ मेरे साईं मुझ पर रहम करना, बच्चों का अपने आप भरण करना,
हर जगह पर बसते हो बाबा तुम, निराकार और सर्वत्र बसते हो बाबा तुम।
✐ जिन आँखों में साईं बस जायेंगे उन आँखों में अश्क कहाँ से आयेंगे,
साईं नहीं होने देते अपने बच्चों को उदास आ जाते हैं झट से अपने बच्चों के वो पास।
✐ जिसे कोई नहीं जानता उसे रब जानता हैं, राज़ को राज़ ना रहने दो वो सब जानता हैं,
अगर मांगना हैं तो उस साईं से मांगो, जो जुबां पे आने से पहले दिल की दुआ जानता हैं।
✐ ना मुस्कुराने को जी चाहता हैं, ना आँसू बहाने को जी चाहता हैं,
लिँखू तो क्या लिखू सांई तेरी याद में, बस तेरे पास आने को जी चाहता हैं।
✐ साईं जी से मिलने का सत्संग ही बहाना हैं, शिरडी वाले को बुलाने का सत्संग ही बहाना हैं
दुनियाँ वाले क्या जाने, की मेरा मेरे साई से ये रिश्ता कितना पुराना हैं।
✐ जो कल था उसे भूलकर तो देखो, जो आज हैं उसे जी कर तो देखो,
आने वाला पल खुद ही सवर जाएगा, एक बार ओम साईं राम बोल कर तो देखो।@
✐ किसी ने पूछा कि “उम्र” और “जिन्दगी” में क्या फर्क हैं ? बहुत सुन्दर जवाब,
जो बाबाजी के बिना बीती वो “उम्र” और जो बाबाजी के साथ बीती वो “जिन्दगी”।
✐ मेरे “साँई” का दरबार सबसे न्यारा हैं, उसमें “बाबा” का दर्शन कितना प्यारा हैं,
सब कहते हैं के “बाबा” सिर्फ़ हमारा हैं, पर “बाबा” कहते हैं के मैंने अपना, सब कुछ तुम सब पर वारा हैं।@
✐ आखें सुनी मन रोता हैं, बाबा हमारा क्यों सोता हैं, खोल के आखें देख ले बाबा तेरे बिना यहाँ क्या होता हैं,
लौट के आजा साईं हमारे, अपनी आखें खोलो, साईं बाबा बोलो, साईं बाबा बोलो।
✐ बाबा जी मेरा भी खाता खोल दो शिरडी दरबार में, बाबा जी आता जाता रहूँ मैं शिरडी की पवित्र भूमी पर
बाबा जी जो भी सेवा हो मेरी लगा देना, बस अपने चरणों का दास बना कर शिरीडी में रख लेना।
✐ दुःख हो या फिर सुख हो, सांई जी को हमेशा याद करो, सहारा हैं साईं जी हम सबका, बाबा से ही फरियाद किया करो,
चिन्ता चिता समान हैं, चिंता में ना अपना समय बरबाद करो, कैसे भी हो हालात सांई जी पर ही विश्वास करो।@