जिन आँखों में साईं बस जायेंगे
उन आँखों में अश्क कहाँ से आयेंगे?
साईं नहीं होने देते अपने बच्चों को उदास
आ जाते हैं झट से अपने बच्चों के वो पास!
तेरी रहमतों से बाबा सब को मिले सहारे
हम पर भी दया करना, हम भी तो हैं तुम्हारे
सिर पे जो हाथ रख दो, भर जाते हैं भंडारे
भक्ति की दौलत दो, हो जाये वारे न्यारे
एक ही नाम : साईं राम
!! ॐ श्री साईंनाथाय नम: !!
ऐसा चढ़ा साईं तेरी प्रीत का रंग,
के डूब गए तेरी भक्ति के रंग में,
चढ़ी रहे तेरे प्यार की खुमारी,
छाया रहे तेरे नाम का सरूर…
बोलो श्री साईं नाथ महाराज जी की जय!
क्यों रो रहा है पोंछ आँसू सब्र(सबुरी) से तू काम ले,
सच्चे हृदय से साईं के चरण बस थाम ले,
श्रद्धा से जो डूब गया साईं जी के प्यार में,
होंगी मुरादें पूरी तेरी सब साईंनाथ के दरबार में..!!!
ॐ साई राम!!
आखें सुनी मन रोता है
बाबा हमारा क्युं सोता है
खोल के आखें देख ले बाबा
तेरे बिना यहाँ क्या होता है
लौट के आजा साईं हमारे
अपनी आखें खोलो
साईं बाबा बोलो
साईं बाबा बोलो
जिस पे भी हाथ रख दे मेरा साईं फकीरा,
वो पत्थर भी बन जाये पल में नायाब हीरा!
साई कहते है,
पल में अमीर है, पल में फ़क़ीर है,
अच्छे करम कर ले बन्दे,
ये तो बस तक़दीर है..
जो कुछ मिला है तुझे तेरा करम है,
तुने बहुत कमाया ये तेरा भरम है,
ये तो विधाता की खींची लकीर है,
पल में अमीर है, पल में फ़क़ीर है…