Shayari for Father

पिता के लिए शायरी

दिल की दर्द छुपाकर मुस्कुराते है पापा,
कंधे पर उठाकर दुनिया दिखाते है पापा,
ना जाने कैसे मेरे कुछ कहें बिना ही
मेरे दिल की बात जान जाते हैं पापा.

हैँ समाज का नियम भी ऐसा पिता सदा गम्भीर रहे,
मन मे भाव छुपे हो लाखोँ, आँखो से न नीर बहे!
करे बात भी रुखी-सूखी, बोले बस बोल हिदायत के,
दिल मे प्यार है माँ जैसा ही, किंतु अलग तस्वीर रहे!

खुशियों से भरा हर पल होता हैं,
जिन्दगी में सुनहरा हर कल होता हैं,
मिलती हैं कामयाबी उन को
जिनके सर पर पिता का हाथ होता हैं.

अगर मैं रास्ता भटक जाऊ, मुझे फिर राह दिखाना,
आपकी जरूरत मुझे हर कदम पर होगी,
नही हैं दूजा कोई पापा आपसे बेहतर चाहने वाला.

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