नारी के बिना पुरुष की बाल्यावस्था असहाय है, युवावस्था सुख रहित है और वृद्धावस्था सांत्वना देनेवाले सच्चे और वफादार साथी से रहित है। – जौन
मैं देखता हूँ जब मर्द औरत से प्यार करता है . वो अपनी ज़िन्दगी का बहुत छोटा हिस्सा देता है . पर जब औरत प्यार करती है वो सबकुछ दे देती है। – आस्कर वाइल्ड
हर चीज से बढ़कर, अपने जीवन की नायिका बनिए शिकार नहीं। – नोरा एफ्रान
नारी शांति की प्रतिमा है, उसे उच्च पद से नीचे गिराना केवल जंगलीपन है। – रफोडियस
नारी वह मधुर सरिता है, जिसमें प्रवहमान होकर मनुष्य अपनी और दु:खों से त्राण पाता है। – शरण
आप एक आदमी को शिक्षित करते हैं; आप एक आदमी को शिक्षित करते हैं; आप एक औरत को शिक्षित करते हैं, आप एक पीढ़ी को शिक्षित करते हैं। -ब्रिघैम यंग
नारी के जीवन का संतोष ही स्वर्ण-श्री का प्रतीक है। – डॉ. रामकुमार वर्मा
नारी नर की सहचरी, उसके धर्म की रक्षक, उसकी गृहलक्ष्मी तथा उसे देवत्व तक पहुँचानेवाली साधिका है। – डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन्
नारी सब कुछ कर सकती है, लेकिन अपनी इच्छा के विरुद्ध प्रेम नहीं कर सकती। – सुदर्शन
नारी यौवनकाल में गृह-देवी, मध्यकाल में सच्चा साथी और वृद्धावस्था मैं परिचारिका का काम देती है। – बेकन
जो नारी अपने पति तथा पुत्रों को सदैव सानंद रखती है, उसके समक्ष संसार की महारानी का वैभव भी तुच्छ है। – गोल्डस्मिथं
मैं किसी समुदाय की प्रगति महिलाओं ने जो प्रगति हांसिल की है उससे मापता हूँ। – बी. आर. अम्बेडकर